बलूचिस्तान ने खुद को पाकिस्तान से अलग देश घोषित किया। पाकिस्तान के हुए दो टुकड़े!
दो टुकड़ों में बट गया आतंकिस्तान पकिस्तान
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आधे पकिस्तान का हुआ खात्मा! |
किसके नेतृत्व में बलूचिस्तान हुआ पाकिस्तान से आज़ाद:
बलूचिस्तान प्रोटेस्ट की आज के समय की सबसे बड़ी नेता डॉक्टर महरम बलोच ने आज से कुछ 5 या 6 महीने पहले बलूचिस्तान के किसी जगह से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तक पदयात्रा निकली थी। 31 वर्षीय डॉ. बहरम बलोच को पकिस्तान में भारत में जिस नजरिए से मोहनदास करमचंद गांधी की तरफ देखा जाता है। ठीक उसी तरह से उन्हें पाकिस्तान में भी गांधीवादी नेता के तौर पर जाना जाता है। जिस तरह भारत में गांधी की प्रशंसा या फिर लोग उनका समर्थन करते हैं उसी तरफ लोग इनके तरफ भी देखते हैं।
पाकिस्तान की सेना ने की थी डॉ. मेहरम बलोच के परिवार की हत्या:
साल 2011 में उनके पिता को अगवा करके पाकिस्तान की सेना ने हत्या कर दी थी और डॉ. बलोच के भाई की 2017 में हत्या कर दी।
आज के समय पाकिस्तान इन दो लोगो से डरता है:
पाकिस्तान की गांधीवादी नेता माने जाने वाली डॉक्टर मेहरम बलोच और बलूच लिबरेशन आर्मी इन दोनों ने पाकिस्तान की सरकार और पाकिस्तान की आर्मी इन दोनों की नाक में दम करके रखा है। आज के समय पाकिस्तान सबसे अधिक जिस व्यक्ति से डरता है उसका नाम डॉक्टर मेहरम बलोच है।
मेहरम बलोच और बलूच लिबरेशन आर्मी इन दोनों ने पाकिस्तान को एक तगड़ा झटका देते हुए खुद को किया पाकिस्तान से आजाद घोषित। बलूचिस्तान को किया आजाद, पाकिस्तान के हुए अनेक टुकड़े, पाकिस्तान के उड़े तोते, पाकिस्तान में सन्नाटा और मातम छाया!
बलूचिस्तान भारत और पाकिस्तान के आज़ादी से पहले ही हो गया था आजाद:
आप में से शायद ही बहुत कम लोगों को पता होगा कि 11 अगस्त 1947 को बलूचिस्तान आजाद हो गया था मतलब कि भारत और पाकिस्तान की आजादी के दो-तीन दिन पहले ही बलूचिस्तान आजाद हो गया था। लेकिन मोहम्मद अली जिन्ना ने धोखे से जिस तरह भारत से POK:पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर (गिलगित और बाल्टिस्तान) को छीना था। बिल्कुल उसी तरह से उसने बलूचिस्तान को भी कब्जा कर लिया था और उसकी आजादी को खत्म कर दिया गया लेकिन अब जमाना बीत गया बलूचिस्तान अब आतंकीस्थान पाकिस्तान के चंगुल में ज्यादा दिन तक रहने वाला है नहीं यह 1947 से ही तय था और आज बलूचिस्तान पाकिस्तान से अलग होने वाला बांग्लादेश के बाद दूसरा देश होने जा रहा है।
बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति और पाकिस्तान के लिए उसकी अहमियत:
बलूचिस्तान अपनी सीमाएं अफगानिस्तान और ईरान से साझा करता है। बलूचिस्तान का बलूच समाज की आबादी ईरान में ज्यादा पाई जाती है। बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत यानी कि राज्य है। बलूचिस्तान पाकिस्सतान को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला प्रांत है। पाकिस्तान बलूचिस्तान से ही सबसे ज्यादा पैसा कमाता है लेकिन पाकिस्तान इस राजस्व का इस्तेमाल पाकिस्तान का या फिर बलूचिस्तान का विकास करने के बजाय आतंकवाद को बढ़ावा देने में करता है।
बलूचिस्तान का अलग होना पाकिस्तान का अंत माना जाएगा:
विशेषज्ञों का मानना है कि बलूचिस्तान का अलग होना पाकिस्तान के लिए एक बहुत बड़ी अनहोनी है। जो बांग्लादेश के अलग होने से भी बहुत बड़ी साबित होगी क्योंकि पाकिस्तान सबसे ज्यादा इस राज्य से कमाता है और सबसे ज्यादा हिस्सा पाकिस्तान का बलूचिस्तान में है तो इस कारण यदि बलोच अलग है तो इसका मतलब पाकिस्तान भी 60 से 70% खत्म समझना श्रेयस्कर होगा।
यदि पाकिस्तान के पास बलूचिस्तान नहीं रहेगा तो पाकिस्तान के पास जो भी बचा-कूचा पैसा है वह भी जल्दी खत्म हो जाएगा जिसके कारण कटोरा मुल्क एक बहुत बड़ा कटोरा स्थापित होकर रह जाएगा।
पाकिस्तान का खात्मा अब निकट है जिस तरह बलूचिस्तान ने सबसे पहले आजाद होने की पहल की उसी तरह अब पंजाब और सिंध भी पाकिस्तान से किनारा करने की ओर अग्रसर है। हम सभी भारतीय इस बात पर सहमत है कि यह कार्य जल्द ही सुनिश्चित होगा।