उपराज्यपाल ने लगाई केजरीवाल की क्लास!
दिल्ली में कभी भी चुनाव आयोग कर सकता है आदर्श आचार संहिता यानी की (Code of Conduct) की घोषणा! विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं।
![]() |
मुश्किल में केजरीवाल! |
हालांकि केजरीवाल ने अपने ऊपर लगे घोटालों के दागों को धोने के लिए रेवड़ी बांटना तेज कर दिया लेकिन पता चला कि केजरीवाल की रेवड़ी काफी कड़वी है।
रेवड़िया और चुनावी वादे उसके बाद से आम आदमी पार्टी की सारी चुनावी रणनीति बिखर गई और अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शीश महल घोटाला मामले में केजरीवाल को मुश्किल में डाल दिया है।
आखिर क्या है माजरा?
दिल्ली के उपराज्यपाल माननीय वीके सक्सेना ने विजिलेंस विभाग को इस बात का सख्त आदेश मिला है कि सिर्फ पाच दिन के अंदर जांच करके यह बताएं कि शीश महल में पीडब्ल्यूडी के लगवाए सामानों से भी
अधिक लग्जरी सामान कहां से आए। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर विजिलेंस डिपार्टमेंट अब एक्टिव हो गया है विजिलेंस ने इस मामले में एलजी को पांच दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा।
असल में यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया था जब विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्रीमान अजय माकन और दिल्ली को पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने एलजी वीके सक्सेना को चिट्ठी लिखकर गंभीर आरोप लगाए थे।
विपक्षियों ने केजरीवाल को घेरा:
रिपोर्ट की फंडिंग के बाद आगे कदम उठाया जाएगा आपको बता दें कि बतौर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस रेजिडेंस में रह रहे थे आरोप है कि उसको renovate करने पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे इस मामले ने काफी तूल पकड़ा अब उसी मामले में एलजी की सख्ती के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं यह मामला तब उठा था जब विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने 20 नवंबर 2024 को एलजीवी के सक्सेना को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर लाखों करोड़ों रुपए के महंगे टीवी पर्दे और फ्रिज जैसे सामान खरीदे गए।
अब उपराज्यपाल ने इस पत्र के आधार पर कदम उठाते हुए विजिलेंस को आदेश दिया था सतर्कता विभाग की जांच से यह पता चलेगा कि क्या इन महंगे सामानों के लिए सार्वजनिक धन का दुरुपयोग हुआ है विजिलेंस की रिपोर्ट इस हाई प्रोफाइल मामले की सच्चाई सामने लाने में अहम भूमिका निभा सकती है दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक सिविल लाइन स्थित सिक्स फ्लैग स्टाफ रोड वाले बंगले में रहते थे सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने यह बंगला भी छोड़ दिया था।
घर छोड़ते समय क्या-क्या था सरकारी आवास के अंदर:
केजरीवाल की आवास छोड़ने के बाद सामान की एक लिस्ट तैयार की गई थी इसके अनुसार बंगले से 950000 मूल्य के टीवी न टेबल डाउन लाइट्स बॉडी सेंसर रिमोट कंट्रोल सिस्टम से ऑपरेट होने वाले कुल 80 पर्दे से अधिक रिकवर किए गए थे इनकी कीमत 4 करोड़ से 5 करोड़ रुपए के आसपास आकी गई थी। लिस्ट से पता चला था कि आवास में 64 लाख रुपए खर्च करके 16 टीवी लगवाए गए थे इसके अलावा 10 लाख वाला सोफा भी था।
इन सभी मुद्दों पर अरविंद केजरीवाल घिर गए हैं और लगता है आने वाले विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को एक बहुत बड़ा झटका दिल्ली की जनता और विपक्ष देने जा रहा है।