उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव से पहले इंडिया गठबंधन हुआ टाय-टाय फुस्स!
कांग्रेस ने सपा से मांगी विधानसभा उपचुनाव की 10 में से 5 सीटें कांग्रेस के इस मांग के चलते समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में हुआ झगड़ा!
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बहुत जल्द धराशाही होगा इंडी गठबंधन! |
यूपी के 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है:
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के 10 उम्मीदवारों ने विधानसभा से इस्तीफा देकर लोकसभा चुनाव का लड़ा। जो विधायक लोकसभा चुनाव जीत गए उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया जिसके चलते यूपी विधानसभा में फिलहाल 10 सीटें रिक्त है। जिसके कारण 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव आयोग कभी भी उपचुनाव की घोषणा कर सकता है।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में इन्हीं 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की मची है होड़!
सपा हो राज्य में प्रमुख सहयोगी दल:
समाजवादी पार्टी राज्य में एक और केंद्र में समाजवादी पार्टी तीसरे नंबर की पार्टी है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी चाहते हैं कि राज्य में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते समाजवादी पार्टी सबसे ज्यादा सीटों पर लड़े चुनाव लेकिन कांग्रेस लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन से अभी आत्मविश्वास में मगन है।
जिसके चलते कांग्रेस ने गठबंधन तोड़ने की ओर किया इशारा कहा, सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो लड़ेंगे अकेले चुनाव!
राहुल और अखिलेश बातचीत करते हुए।
क्या डरे हुए हैं अखिलेश?
कांग्रेस के इस ऐलान से समाजवादी पार्टी भयभीत हो गई है समाजवादी पार्टी को लगता है कांग्रेस के चलते मुस्लिम वोट बैंक इकट्ठा होकर समाजवादी पार्टी को मिला यदि कांग्रेस अलग होकर चुनाव लड़ती है तो इसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है जिसके चलते अखिलेश यादव ना कांग्रेस को "हा"कह पा रहे हैं और "ना" कह पा रहे हैं। अखिलेश यादव फिलहाल बहुत बड़ी मुसीबत में फस गया है। जल्दी ही इसका निवारण नहीं किया तो यूपी में इंडिया गठबंधन हुआ खत्म और समाजवादी पार्टी का हुआ सत्यानाश!
कांग्रेस से कब पीछा छुड़ाएंगे अखिलेश?
अखिलेश यादव को समझ गया कि कांग्रेस किस तरह केवल दुष्प्रचार के कारण ही राज्य में अपने पैर पसारने में कामयाब हुई लेकिन क्या अखिलेश समय रहते कांग्रेस से पीछा छुड़ाकर अपने आप को भाजपा का प्रमुख विरोधी साबित कर पाएंगे या फिर कांग्रेस समाजवादी पार्टी का वोट बैंक खाकर फिर से महाराष्ट्र की तरह जीवित हो जाएगी।
झूठे वादों के कारण कांग्रेस का बढ़ता आधार:
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपने पाव जमा चुकी है। जिस कांग्रेस की 17वीं लोकसभा में केवल एक लोकसभा सांसद उत्तर प्रदेश से थी। जो कि कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी थी। वह कांग्रेस आज के समय 18वीं लोकसभा में 6 लोकसभा सीटों पर प्रतिनिधित्व करती है।
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हालांकि इन सब का कारण है कांग्रेस का दुष्प्रचार कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के खिलाफ अनेक झूठे अफवाहे फैलाए। जिस कारण से एनडीए के मतदाताओं में भारी मात्रा में विरोधाभास था। जिसके चलते एनडीए को लोकसभा चुनाव में 60 से 70 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। लेकिन यह केवल कांग्रेस के दुष्प्रचार का ही नतीजा है यदि असल मुद्दों पर चुनाव होता तो मुद्दा कुछ अलग होता और परिणाम कुछ अलग होते।