कांग्रेस के हाथ से फिसला हरियाणा - भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच छिड़ी जंग सवाल है की हरियाणा में इस बार बनेगी किसकी की सरकार?
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हरियाणा में कांग्रेस की नैया डूबती जा रही है। |
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा राजनीति में अपने बेटे को स्थापित करना चाहते हैं:
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 चुनाव नतीजे से पहले हरियाणा से कांग्रेस के लिए बहुत बुरी खबर सामने आ रही है। हरियाणा कांग्रेस में हुई बगावत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावनाओं को चुनावी पंडितों ने कहा है। जिस कारण से कांग्रेस में उत्साह पहले से ज्यादा आ गया है। हरियाणा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए राजनितिक जमीन तैयार कर रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने बेटे को प्रदेश में उनके बाद सबसे बड़ा नेता स्थापित करने पर अग्रसर है। जिसके कारण प्रदेश कांग्रेस के बाकी नेताओं में हलचल मच गई है।
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बेटे दीपेंद्र के साथ पिता भपेंद्र |
आखिरी चुनाव का दिया हवाला:
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिलहाल 76 साल के हो गए हैं जिस कारण से यह माना जा रहा है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस बार आखिरी चुनाव लड़ सकते हैं। बढ़ती उम्र के चलते भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस बार अपने बेटे को राजनीति में सबसे बड़े स्थान पर देखना चाहते हैं। हुड्डा चाहते हैं कि उनका बेटा हरियाणा का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बने।
जिसके चलते पार्टी में पड़ गई है बड़ी फुट शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट में छिड़ी जंग कांग्रेस की हालत हुई टाइट!
हरियाणा कांग्रेस में कितने गुट?
माना जाता है कि हरियाणा कांग्रेस में तीन से चार अलग-अलग नेताओं का समर्थक वर्ग है जिनमें कुछ वर्ग ऐसे शामिल है:
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा का समर्थक वर्ग
- कुमार शैलजा का समर्थक वर्ग
- रणदीप सुरजेवाला का समर्थक वर्ग
- किरण चौधरी का समर्थन वर्ग
फिलहाल किरण चौधरी भारतीय जनता पार्टी में है।किरण चौधरी ने 19 जून 2024 को अपनी बेटी श्रुति चौधरी के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।
जिसके चलते कांग्रेस हरियाणा इकाई में केवल अब तीन लोगों का प्रमुख समर्थक वर्ग बचा हुआ है।
हुड्डा की मनमानी का मुंहतोड़ जवाब देगी कुमारी शैलजा:
कुमारी शैलजा सिरसा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की लोकसभा सदस्य है। माना जा रहा है कि इस बार यदि कांग्रेस की सरकार बनती है। तो इस स्थिती में राहुल गांधी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की जगह कुमारी शैलजा को बनाएंगे हरियाणा की महिला सीएम!
लेकिन राजनीति के अभ्यासको का मानना है की कुमारी शैलजा इस बार हुड्डा की मनमानी बर्दाश्त नहीं करेगी इस बार जो हो जाए शैलजा प्रदेश की मुख्यमंत्री बन कर रहेगी या तो कांग्रेस से या किसी अन्य दिल से लेकिन इस बार शैलजा भी हार मानने की मोड में दिख नहीं रही है।
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लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राहुल गांधी को समझाया लोकसभा चुनाव का दिया हवाला:
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का मानना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हरियाणा में इतनी बड़ी जीत हुई ये बहुत बड़ी बात है। 10 में से पांच लोकसभा सीटों पर जीत मतलब पूरे हरियाणा में इस बार कांग्रेस का परचम लहरा सकता है। हुड्डा का मानना है कि पिछले 10 साल से 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाती थी। एक सीट तक कांग्रेस के पास हरियाणा में नहीं थी।
पिछले 10 वर्षों से हरियाणा कांग्रेस लोकसभा प्रतिनिधि मंडल अस्तित्व विहीन था। लेकिन इस बार कांग्रेस और बीजेपी में पांच पांच सीटों का बंटवारा हुआ दोनों पार्टियों ने पांच-पांच सीटें लोकसभा चुनाव में जीती। इससे यह तो स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी की ताकत कम हुई है और प्रदेश के मतदाताओं के मन में कांग्रेस के प्रति समर्थन की भावना जागृत हुई है। जिस कारण भूपेंद्र सिंह हुड्डा मानते हैं कि इस बार हम नहीं जीते तो कभी नहीं जीतेंगे मतलब इस बार नहीं तो कभी नही।
अब देखना यह होगा कि हरियाणा में किसकी बनेगी सरकार और कौन होगा प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री शैलजा या हुड्डा या फिर हुड्डा का बेटा या कोई चौथा?
इसका जवाब अब तो हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने पर ही पता चलेगा।